आपके सफ़र की तैयारी - हमारी जिम्मेदारी
मानव स्वभाव
सृष्टि के उद्गम से ही घुमंतु रहा है। मानव ने एक से दूसरे स्थान तक की अनेक
यात्राएं की हैं। उसका जिज्ञासु मन उसे एक से दूसरे स्थान तक ले जाता रहा है।
लकड़ी के पहिए का आविष्कार होने के बाद वह थोड़ा गतिशील हुआ। उसे एक से दूसरे
स्थान पर जाने में अधिक सुविधा हुई। वह पहले की अपेक्षा अधिक दूरी तय करने लगा।
अगर आप
यात्रा पर जाते हैं तो मन बहलाव होता है। व्यक्ति को कुछ दिनों के लिए चिंता-तनाव
से मुक्ति मिल जाती है। मन को काफी सुकून मिलता है। व्यक्ति नई ऊर्जा से भर जाता
है तथा वह नई उमंग व उत्साह के साथ अपने कार्य में सम्मिलित हो जाता है। इससे
व्यक्ति की कार्यक्षमता बढ़ती है तथा उसे मानसिक तनाव भी कम से कम होता है।
निरंतर
प्रगतिरत रहते हुए आज मनुष्य ने बहुत लम्बे समय की यात्रा को कुछ ही घण्टों में तय
करने के साधन इज़ाद कर लिए हैं। जब कभी हम घूमने के लिए अपने शहर से बाहर निकलते
हैं तो हम पूरी तैयारी के साथ निकलते हैं। लेकिन तब भी हम कई महत्वपूर्ण चीजों को
भूल जाते हैं।
आज इस पोस्ट
में जानते हैं कि किसी यात्रा पर निकलने से पहले हमें किस प्रकार यात्रा की तैयारी करनी चाहिए –
पर्यटक स्थल
का चुनाव :
यात्रा पर निकलने का सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है उस पर्यटक स्थल का चुनाव जहाँ हम घूमने जाना चाहते हैं। आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि अपने को जाना कहां है। जब इच्छित मंजिल का तय हो जाए तो यात्रा के दौरान लगने वाले सामान की सूची बना लीजिए। इससे आपको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
यात्रा के
दौरान ये सामान आवश्यक रूप से आपके पास होना चाहिए :
(1) मौसम के अनुसार पर्याप्त कपड़े, (2) साबुन, (3) तेल-कंघा, (4) जूते-मोजे, (5) टॉवेल, (6) गर्म कपड़े (अगर बर्फीले स्थान पर जा रहे हो तो) (7) मोबाइल (साथ में चार्जर भी) (8) घड़ी, (9) सूटकेस चेन, (10) जरूरी दवाएं, (11) एटीएम कार्ड, (12) टॉर्च, (13) कैमरा (यात्रा के लम्हों को कैद करने हेतु) आदि।
रिजर्वेशन
जरूर कराएँ :
लम्बी यात्रा
पर जाने से पहले रेलवे, बस या हवाई जहाज व होटल, धर्मशाला या लॉज आदि का रिजर्वेशन जरूर करा लें, क्योंकि
किसी भी स्थान पर जाने के लिए रिजर्वेशन का होना जरूरी है। ऐन वक्त पर रिजर्वेशन
चाहने से उसकी प्राप्ति कई बार नहीं हो पाती है। रेलवे ने आजकल 120 दिन पहले यानी कि 4 माह पूर्व से रिजर्वेशन की
सुविधा दे दी है। अगर आपका जाना तय ही हो तो इसका समुचित लाभ हर किसी को जरूर
उठाना चाहिए। रिजर्वेशन स्वयं जाकर या इंटरनेट के माध्यम से कराना ज्यादा ठीक
रहता है।
ग्रुप में करें यात्रा :
ग्रुप में यात्रा करने से अनेक प्रकार की चिंताओं से आप मुक्त हो
सकते हैं। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में ग्रुप के साथीगण आपकी जरूर मदद करेंगे।
कपल में यात्रा करने पर कोई आकस्मिक काम पड़ने या घटना-दुर्घटना की स्थिति में
आपको संभवत: किसी की मदद नहीं मिलेगी, क्योंकि सभी लोग
यात्रा का आनंद उठाने आते हैं, परेशानी भोगने नहीं। इसलिए
ग्रुप में यात्रा करना अधिक सुविधाजनक हो सकता है।
किसी अनजान जगह पर, साईट पर अकेले न जाएँ :
किसी पर्यटक स्थल पर जब आप कोई भी जगह (साइट) देखने निकलते
हैं, तो उस जगह पर अकेले न जाकर ग्रुप में जाएं। अगर कोई ऐतिहासिक पर्यटक स्थल देखने जा रहे हो तो गाइड जरूर करें, क्योंकि ऐतिहासिक स्थलों के बारे में गाइड के अलावा आपको और कोई अच्छी
जानकारी नहीं दे सकता है, वह इसलिए कि उसे स्थानीय पर्यटन
स्थलों और इतिहास के बारे में अच्छी जानकारी होती है।
जंगल की यात्रा में बरतें अधिक सावधानी :
अगर आप जंगलों की सैर पर जा रहे हो तो, स्थानीय
वन विभाग की अनुमति अवश्य प्राप्त कर लें, क्योंकि उन्हें
जंगलों में रहने वाले वन्य प्राणियों के बारे में अच्छी मालूमात रहती है। कई वनों
में बिना अनुमति प्रवेश निषेध रहता है। वन विभाग न होने के बारे में स्थानीय ग्रामीणों
या नागरिकों से इस बारे में जानकारी जरूर हासिल कर लें।
जीप व जानकार व्यक्ति के साथ ही वन की सैर करना अत्यधिक मुफीद
रहेगा। जंगली जानवरों के अधिक समीप न जाएं, क्योंकि उनके
द्वारा हमला कर दिए जाने का खतरा बना रहता है। उन्हें छेड़े नहीं, न ही आवाज / पत्थर आदि मारें अन्यथा आपकी जान का जोखिम रह सकता है।
इन सब बातों के अलावा भी कई और महत्वपूर्ण बातें होती हैं
जिनका ध्यान रखा जाना चाहिए। हालाँकि घुमक्कड़ लोग जानते हैं कि उन्हें कैसे अपनी
यात्रा को सुरक्षित और आनन्दमय बनाना है।
इस प्रकार की तैयारी से आप धार्मिक, हरी-भरी
वादियों तथा ऐतिहासिक स्थलों आदि का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं। फिर देर किस बात की?
अभी से तैयारी में जुट जाइए। आपकी शुभ यात्रा की कामना के साथ
टीम – नरवर दर्शन
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