सोमवार, 31 अक्तूबर 2022

मध्यप्रदेश गान हिन्दी में | Hindi lyrics of Madhya Pradesh Gaan | मध्यप्रदेश की स्थापना कब हुई? मध्यप्रदेश गान के लेखक कौन हैं? Madhya Pradesh Song

हिंदुस्तान का हृदय प्रदेश कहे जाने वाले मध्यप्रदेश की स्थापना 01 नवम्बर 1956 को हुई और इस वर्ष हम मनाने जा रहे हैं 67 वाँ स्थापना दिवस।
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यहाँ पढ़ें श्री महेश श्रीवास्तव जी द्वारा रचित मध्यप्रदेश गान
मध्यप्रदेश गान

Madhya Pradesh Song

मध्यप्रदेश गान

सुख का दाता सब का साथी शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय मेरा मध्यप्रदेश है।


विंध्याचल सा भाल नर्मदा का जल जिसके पास है,
यहां ज्ञान विज्ञान कला का लिखा गया इतिहास है।



उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न, सम्पदा जहां अशेष है,
स्वर-सौरभ-सुषमा से मंडित मेरा मध्यप्रदेश है।


सुख का दाता सब का साथी शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय मेरा मध्यप्रदेश है।


चंबल की कल-कल से गुंजित कथा तान, बलिदान की,
खजुराहो में कथा कला की, चित्रकूट में राम की।



भीमबैठका आदिकला का पत्थर पर अभिषेक है,
अमृत कुंड अमरकंटक में, ऐसा मध्यप्रदेश है।


क्षिप्रा में अमृत घट छलका मिला कृष्ण को ज्ञान यहां,
महाकाल को तिलक लगाने मिला हमें वरदान यहां।



कविता, न्याय, वीरता, गायन, सब कुछ यहां विषेश है,
ह्रदय देश का है यह, मैं इसका, मेरा मध्यप्रदेश है।


सुख का दाता सब का साथी शुभ का यह संदेश है,

माँ की गोद, पिता का आश्रय मेरा मध्यप्रदेश है।

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