टीम नरवर दर्शन - यात्रा
श्री लोढीमाता की पवित्र पावन भूमि नरवर मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग अंतर्गत आने वाले शिवपुरी जिले में स्थित है। राजा नल-दमयंती की ऐतिहासिक नगरी नरवर का उल्लेख महाभारतकाल में नलपुर के नाम से मिलता है। नरवर अपने इतिहास, विरासत, प्रकृति और लोढीमाता के चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ प्राचीन नरवर किला, श्री लोढीमाता मंदिर, श्री टपकेश्वर महादेव, मडीखेडा बाँध, मोहनी सागर बाँध तथा ग्वालियर जिले में नरवर की सीमा से लगा हुआ हरसी बाँध जैसे बडे-बाँध तीर्थ स्थल और पर्यटक स्थल के रूप में विद्यमान हैं। इसके अलावा नरवर में अनेक झील, झरने, तालाब और सिंध नदी का रमणीक तट भी मनमोहक है।
मैंने बीते दिनों ब्लॉग पर Google Analytics में देखा कि नरवर के लिए ग्वालियर से आने के बारे में लोगों ने Google Search किया है। इसलिए मुझे लगा कि इस पर एक सरल और संक्षिप्त लेख होना चाहिए। तो आज इस लेख में ग्वालियर से नरवर कैसे पहुँचें, इसी विषय पर पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है। आप से अनुरोध है कि यदि आप भी एक पर्यटक के रूप में अथवा श्री लोढीमाता पर श्रद्धालु के रूप में नरवर आने के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख अवश्य पढें।
(लेख निरंतर अपडेट किया जा रहा है ...)
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